पोस्ट ऑफिस एटीएम निकासी शुल्क में बदलाव: 1 नवंबर 2025 से हर सेविंग्स अकाउंट धारक के लिए ज़रूरी जानकारी

अगर आपके पास पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट (POSA) है और आप उससे जुड़ा पोस्ट ऑफिस एटीएम कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपके लिए एक नया नियम लागू हो गया है।

1 नवंबर 2025 से, जब आप किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसे निकालेंगे या बैलेंस जांचेंगे, और वह आपके फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट से ज़्यादा होगा, तो आपको अतिरिक्त शुल्क देना होगा।

ये बदलाव डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट्स (Department of Posts) द्वारा जारी 30 अक्टूबर 2025 के सर्कुलर में घोषित किए गए हैं। इस बदलाव का उद्देश्य पोस्ट ऑफिस बैंकिंग सिस्टम को अन्य बैंकों के नियमों के अनुरूप बनाना और इंटरबैंक लेन-देन की लागत को संतुलित करना है।

इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि नए नियम क्या हैं, कितना शुल्क लगेगा, और किन तरीकों से आप इन चार्जों से बच सकते हैं।

पोस्ट ऑफिस एटीएम निकासी शुल्क में बदलाव: 1 नवंबर 2025 से हर सेविंग्स अकाउंट धारक के लिए ज़रूरी जानकारी

1. ये बदलाव क्यों किए गए हैं

पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट लंबे समय से करोड़ों भारतीयों की पसंद रहा है, खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों में।
देशभर में 1.5 लाख से ज़्यादा पोस्ट ऑफिस शाखाओं के साथ, यह दुनिया के सबसे बड़े वित्तीय नेटवर्क में से एक है।

अब जब पोस्ट ऑफिस बैंकिंग सिस्टम, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) और नेशनल फाइनेंशियल स्विच (NFS) से जुड़ चुका है, तो एटीएम ट्रांजैक्शन शुल्क को भी उसी मानक पर लाना ज़रूरी हो गया है, जिस पर बाकी बैंक चलते हैं।


2. ट्रांजैक्शन के प्रकार समझें: फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल

सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि एटीएम पर किए जाने वाले दो प्रकार के ट्रांजैक्शन क्या होते हैं —
फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन (Financial) और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन (Non-Financial)

  • फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन में शामिल हैं:

    • नकद निकासी (Cash Withdrawal)

    • खातों के बीच धनांतरण (Funds Transfer)

    • मिनी स्टेटमेंट लेना (यदि बैलेंस से राशि कटती है)

  • नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन में शामिल हैं:

    • बैलेंस जांच (Balance Inquiry)

    • मिनी स्टेटमेंट देखना

    • पिन बदलना

    • खाता जानकारी देखना

दोनों प्रकार के ट्रांजैक्शन को फ्री लिमिट में गिना जाता है, लेकिन फ्री लिमिट से ज़्यादा होने पर दोनों के शुल्क अलग-अलग हैं।


3. अन्य बैंकों के एटीएम पर फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा

सर्कुलर के अनुसार, पोस्ट ऑफिस एटीएम कार्ड धारकों को अन्य बैंकों के एटीएम पर कुछ सीमित मुफ्त ट्रांजैक्शन मिलते रहेंगे।

  • मेट्रो शहरों (दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद) में:

    • 3 फाइनेंशियल या नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन मुफ्त प्रति माह।

  • गैर-मेट्रो शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में:

    • 5 फाइनेंशियल या नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन मुफ्त प्रति माह।

इसका मतलब है कि अगर आप छोटे शहर या गांव में रहते हैं, तो आपको अधिक मुफ्त ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी।


4. अन्य बैंकों के एटीएम पर नए शुल्क (1 नवंबर 2025 से)

फ्री लिमिट खत्म होने के बाद, अब पोस्ट ऑफिस एटीएम कार्ड धारकों को निम्नलिखित नए शुल्क देने होंगे:

  • फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर: ₹23 + GST प्रति ट्रांजैक्शन
    (पहले था ₹20 + GST)

  • नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर: ₹11 + GST प्रति ट्रांजैक्शन
    (पहले था ₹8 + GST)

इसका मतलब — अगर आपने अपने फ्री लिमिट के बाद किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसा निकाला, तो ₹23 + 18% GST यानी लगभग ₹27 देने होंगे।
और अगर आपने सिर्फ बैलेंस जांचा या मिनी स्टेटमेंट निकाला, तो ₹11 + GST यानी लगभग ₹13 लगेंगे।


5. पोस्ट ऑफिस एटीएम पर ट्रांजैक्शन के शुल्क में कोई बदलाव नहीं

अच्छी खबर यह है कि पोस्ट ऑफिस एटीएम पर ट्रांजैक्शन के नियम जैसे थे, वैसे ही रहेंगे।

  • मुफ्त ट्रांजैक्शन:

    • 5 फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन प्रति माह

    • 5 नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन प्रति माह

  • फ्री लिमिट से ज़्यादा होने पर:

    • फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन: ₹10 + GST

    • नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन: ₹5 + GST

यानि अगर आपके पास नज़दीक कोई पोस्ट ऑफिस एटीएम है, तो उसका इस्तेमाल करना आपके लिए सस्ता और फायदेमंद रहेगा।


6. अन्य बैंकों की तुलना में पोस्ट ऑफिस शुल्क

बैंक फ्री ट्रांजैक्शन (मेट्रो) फाइनेंशियल शुल्क (फ्री लिमिट के बाद) नॉन-फाइनेंशियल शुल्क (फ्री लिमिट के बाद)
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 3 ₹22 + GST ₹8 + GST
एचडीएफसी बैंक 3 ₹21 + GST ₹8 + GST
आईसीआईसीआई बैंक 3 ₹21 + GST ₹8 + GST
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट 3 ₹23 + GST ₹11 + GST

जैसा कि तालिका से स्पष्ट है, पोस्ट ऑफिस के नए शुल्क बाकी बैंकों से थोड़ा ज़्यादा हैं, लेकिन यह अंतर बहुत बड़ा नहीं है। इसका मुख्य कारण इंटरबैंक नेटवर्क पर बढ़ी हुई लागत है।


7. डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट्स ने शुल्क क्यों बढ़ाए

इन शुल्कों में बदलाव के पीछे कई वजहें हैं:

  1. ऑपरेशनल लागत में वृद्धि:
    एटीएम रखरखाव, इंटरबैंक ट्रांजैक्शन और सुरक्षा प्रबंधन की लागत बढ़ी है।

  2. अन्य बैंकों के समानता:
    अधिकांश बैंक ₹21 से ₹23 तक शुल्क लेते हैं। पोस्ट ऑफिस ने भी उसी स्तर पर दरें तय की हैं।

  3. डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा:
    उच्च शुल्क ग्राहकों को डिजिटल ट्रांजैक्शन जैसे UPI, नेटबैंकिंग या IPPB ऐप की ओर प्रोत्साहित करेगा।

  4. नेटवर्क एकीकरण:
    पोस्ट ऑफिस एटीएम अब नेशनल फाइनेंशियल स्विच (NFS) से जुड़े हैं, जिससे एक समान शुल्क संरचना जरूरी हो गई है।


8. अतिरिक्त शुल्क से बचने के उपाय

आप इन शुल्कों से आसानी से बच सकते हैं अगर थोड़ी सावधानी रखें:

  1. हमेशा पोस्ट ऑफिस एटीएम का उपयोग करें
    यहां शुल्क कम हैं और फ्री लिमिट ज़्यादा है।

  2. निकासी की योजना बनाएं
    बार-बार छोटे अमाउंट निकालने के बजाय, एक बार में ज़रूरी रकम निकालें।

  3. डिजिटल माध्यम अपनाएं
    IPPB मोबाइल ऐप या नेटबैंकिंग से बैलेंस चेक, फंड ट्रांसफर और बिल पेमेंट करें — ये आमतौर पर मुफ्त होते हैं।

  4. ट्रांजैक्शन की गिनती रखें
    हर महीने आपने कितने ट्रांजैक्शन किए हैं, इसका रिकॉर्ड रखें।

  5. AEPS सेवा का उपयोग करें
    आधार आधारित भुगतान प्रणाली (AEPS) से भी निकासी की जा सकती है, जो अक्सर मुफ्त होती है।


9. जीएसटी का असर: वास्तविक लागत कितनी बढ़ेगी

ध्यान देने वाली बात यह है कि ये शुल्क GST को छोड़कर बताए गए हैं।
वर्तमान में जीएसटी दर 18% है, इसलिए अंतिम लागत होगी:

  • फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन: ₹23 + 18% GST = ₹27.14

  • नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन: ₹11 + 18% GST = ₹12.98

यानी अगर आप बार-बार लिमिट से ज़्यादा ट्रांजैक्शन करते हैं, तो महीने में ₹100 से ज़्यादा तक अतिरिक्त खर्च हो सकता है।


10. ग्रामीण और शहरी ग्राहकों पर असर

  • मेट्रो शहरों के ग्राहक:
    फ्री लिमिट 3 ट्रांजैक्शन तक ही है, इसलिए बड़े शहरों में रहने वाले ग्राहकों को अधिक सावधानी रखनी होगी। हालांकि यहां डिजिटल और पोस्ट ऑफिस एटीएम दोनों आसानी से उपलब्ध हैं।

  • गैर-मेट्रो और ग्रामीण ग्राहक:
    उन्हें 5 फ्री ट्रांजैक्शन का लाभ है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में एटीएम कम होने से डिजिटल माध्यम ज़्यादा सुविधाजनक साबित हो सकते हैं।


11. इंडिया पोस्ट की बैंकिंग यात्रा: बड़ा बदलाव

इन परिवर्तनों को एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में इंडिया पोस्ट ने अपने वित्तीय ढांचे को पूरी तरह बदल दिया है:

  • इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) की स्थापना

  • कोर बैंकिंग सिस्टम (CBS) से सभी शाखाओं का जुड़ना

  • इंटरऑपरेबल एटीएम नेटवर्क के माध्यम से देशभर में एटीएम सुविधा

अब पोस्ट ऑफिस सिर्फ डाक सेवा नहीं, बल्कि एक पूर्ण बैंकिंग नेटवर्क बन चुका है। नए शुल्क उसी दिशा में उठाया गया कदम है।


12. ग्राहक जागरूकता और पारदर्शिता

डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट्स ने कहा है कि ग्राहकों को इन बदलावों की पूरी जानकारी दी जाएगी।
ये जानकारी शाखाओं, एटीएम स्क्रीन, वेबसाइट और एसएमएस के ज़रिए उपलब्ध होगी।

ग्राहकों को सलाह दी गई है:

  • हर महीने का अकाउंट स्टेटमेंट ध्यान से पढ़ें।

  • किसी भी गलती पर तुरंत शिकायत करें।

  • जब आपकी फ्री लिमिट खत्म हो, तो उसका एसएमएस अलर्ट चेक करें।


13. एक नज़र में पूरा सारांश

ट्रांजैक्शन प्रकार एटीएम स्थान मुफ्त ट्रांजैक्शन (प्रति माह) फ्री लिमिट के बाद शुल्क (1 नवंबर 2025 से)
फाइनेंशियल पोस्ट ऑफिस एटीएम 5 ₹10 + GST
नॉन-फाइनेंशियल पोस्ट ऑफिस एटीएम 5 ₹5 + GST
फाइनेंशियल अन्य बैंक एटीएम (मेट्रो) 3 ₹23 + GST
फाइनेंशियल अन्य बैंक एटीएम (नॉन-मेट्रो) 5 ₹23 + GST
नॉन-फाइनेंशियल अन्य बैंक एटीएम (मेट्रो) 3 ₹11 + GST
नॉन-फाइनेंशियल अन्य बैंक एटीएम (नॉन-मेट्रो) 5 ₹11 + GST

14. विशेषज्ञों की राय

बैंकिंग विशेषज्ञ नेहा शर्मा के अनुसार:

“पोस्ट ऑफिस का सिस्टम अब आधुनिक बैंकिंग के स्तर पर पहुंच रहा है। समान शुल्क निर्धारण से पारदर्शिता बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा।”

वहीं ग्रामीण वित्त सलाहकार रमेश पिल्लई कहते हैं:

“पोस्ट ऑफिस की सेवाएं अभी भी ग्रामीण भारत के लिए सबसे भरोसेमंद हैं। ज़्यादातर ग्राहक फ्री लिमिट से ज़्यादा ट्रांजैक्शन नहीं करते, इसलिए असर सीमित रहेगा।”


15. निष्कर्ष: समझदारी से उपयोग करें, बचत करें

नए एटीएम शुल्क पहली नज़र में छोटे लग सकते हैं, लेकिन यह पोस्ट ऑफिस नेटवर्क के डिजिटल परिवर्तन का हिस्सा हैं।
अगर आप अपने ट्रांजैक्शन सोच-समझकर करते हैं, तो यह बदलाव आपके लिए नुकसानदायक नहीं होगा।

ध्यान रखें:

  • पोस्ट ऑफिस एटीएम का उपयोग करें

  • डिजिटल माध्यम अपनाएं

  • फ्री लिमिट के भीतर रहें

इस तरह आप अतिरिक्त शुल्क से बच सकते हैं और अपनी बैंकिंग को स्मार्ट, सस्ती और आधुनिक बना सकते हैं।


संक्षेप में:
1 नवंबर 2025 से, पोस्ट ऑफिस एटीएम कार्ड से अन्य बैंकों के एटीएम पर
फ्री लिमिट के बाद फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर ₹23 + GST और
नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर ₹11 + GST शुल्क लगेगा।

पोस्ट ऑफिस एटीएम पर शुल्क में कोई बदलाव नहीं हुआ है — वहीं लेनदेन करना अब भी सबसे किफायती रहेगा।

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